Santara Patel

अनपढ़ महिलाओं को शिक्षित किया, सिखाया मोबाइल, कैलकुलेटर भी -संतारा पटेल

विकासखण्ड चिरईगाॅव के हृदयपुर ग्राम की संतारा पटेल एक पढ़ी-लिखी बहू के रूप में नारी शक्ति की अलख जगाई। शुरू से संतारा के मन में महिलाओं को लेकर कुछ करने की we11ललक थी, गाॅव की बहू होने के नाते गाॅव-परिवार की महिलाओं को इकट्ठा कर उनका एक-एक समूह बनाया जो कि महिलाओं को सशक्त करने का एक माध्यम बना। 22 स्वयं सहायता समूह के माध्यम से महिलाओं को अच्छा जीवन एवं आर्थिक सशक्तिकरण का मार्ग प्रशस्त किया। समूह बनने से अधिकांश परिवारों को महाजन के चंगुल से छुटकारा मिला, किन्तु इस सब के बावजूद बात यहां पर रूक गयी कि हम साक्षर नहीं हैं?, इस प्रश्न ने संतारा के मन को विचलित कर दिया। तब उन्होंने महिला शक्ति शिक्षा अभियान के नाम से महिलाओं को साक्षर करने की ठान लीं और अपने घर से 4 किमी0 दूर ‘‘गरिमा शिक्षा केन्द्र’’ के नाम से महिला शिक्षा केन्द्र खोला, जिसमें सैकड़ों महिलाएं आकर अपनी व्यस्ततम दिनचर्या में से समय निकालकर शिक्षा के अनमोल रतन को हासिल कर रहीं हैं। संतारा का कार्य धीरे-धीरे बढ़कर आसपास के 8 गाॅवों तक पहुॅच गया और संतारा ने 260 महिलाओं, 340 बच्चों तथा 128 किशोरियों को शिक्षा देकर समाज में बेहतर जीवन जीने के काबिल बनाया। आज गाॅवों की महिलाएं संतारा से जुड़कर शिक्षा के साथ-साथ इस तकनीकी युग में आत्मनिर्भर बनकर मोबाईल का भी इस्तेमाल कर रही हैं। इस कठिन चुनौती को पाने में संतारा को समाज में अनेक कठिनायों को सामना करना पड़ा, किन्तु मन में कुछ अच्छा करने की इच्छा हो तो रास्ते आसान हो जाते हैं। महिला शक्ति शिक्षा अभियान के अन्तर्गत महिलाओं को शिक्षा के साथ-साथ समूह, स्वास्थ्य, मनरेगा एवं अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का कार्य कर रही है। संतारा ने बिना किसी भेद-भाव के धर्म एवं जाति से उपर उठकर समाज की पिछड़ी एवं दलित महिलाओं में शिक्षा की अलख जगाया। इस अभियान में इनका पूरा परिवार भी सहयोग कर रहा है।

संतारा पटेल,

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